हाल ही में भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपनी 5G सेवा की शुरुआत की है, जिसे 'क्वांटम 5G' या 'Q-5G' नाम दिया गया है। लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि यह आपके स्मार्टफोन में 5G सिम डालकर हाई-स्पीड इंटरनेट देगी, तो रुकिए! यह वो 5G नहीं है, जो आप आमतौर पर समझते हैं। बीएसएनएल की यह नई सेवा फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) तकनीक पर आधारित है, जो बिना सिम और तारों के हाई-स्पीड इंटरनेट देने का वादा करती है। आइए, इस नई सेवा, इसकी कीमत और इससे जुड़े कंफ्यूजन को आसान भाषा में समझते हैं।
क्या है बीएसएनएल की क्वांटम 5G FWA सेवा?
बीएसएनएल की क्वांटम 5G सेवा पारंपरिक मोबाइल 5G से अलग है। यह एक फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) सेवा है, जिसे खासतौर पर बिजनेस और एंटरप्राइजेज के लिए डिज़ाइन किया गया है। यानी, यह अभी आम लोगों के स्मार्टफोन के लिए नहीं है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें न तो सिम कार्ड की जरूरत है और न ही फाइबर केबल की। यह एक प्लग-एंड-प्ले डिवाइस के जरिए काम करती है, जो बीएसएनएल के नेटवर्क से ऑटोमैटिकली कनेक्ट होकर हाई-स्पीड इंटरनेट देता है।इस सेवा को 18 जून 2025 को हैदराबाद में सॉफ्ट लॉन्च किया गया। बीएसएनएल का कहना है कि यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है, जो 'मेक इन इंडिया' पहल का हिस्सा है। कंपनी ने इसे उन इलाकों के लिए खासतौर पर तैयार किया है, जहां फाइबर केबल बिछाना मुश्किल है, जैसे पहाड़ी क्षेत्र, जंगल, औद्योगिक जोन या नए विकसित हो रहे ग्रामीण इलाके।
कितनी है कीमत?
बीएसएनएल ने क्वांटम 5G FWA के लिए दो प्लान पेश किए हैं:- 999 रुपये प्रति माह: इस प्लान में 100 Mbps की स्पीड मिलेगी।
- 1499 रुपये प्रति माह: इस प्लान में 300 Mbps तक की स्पीड मिलेगी।
हैदराबाद में हुए टेस्ट में इस सेवा ने 980 Mbps डाउनलोड और 140 Mbps अपलोड स्पीड दी, वो भी 10 मिलीसेकंड से कम लेटेंसी के साथ। यानी, यह अल्ट्रा-हाई डेफिनिशन (UHD) स्ट्रीमिंग, क्लाउड गेमिंग और रिमोट वर्क जैसे कामों के लिए शानदार है। लेकिन ध्यान दें, इन प्लान्स में सिर्फ डेटा मिलेगा, वॉयस कॉलिंग की सुविधा नहीं है।
कहां उपलब्ध है और कब तक बढ़ेगा दायरा?
फिलहाल, यह सेवा चुनिंदा शहरों जैसे हैदराबाद, दिल्ली, जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़, भोपाल, कोलकाता, पटना और चेन्नई में शुरू की गई है। बीएसएनएल का प्लान है कि सितंबर 2025 तक इसे बेंगलुरु, पुणे, विशाखापट्टनम, ग्वालियर, पॉन्डिचेरी और चंडीगढ़ जैसे शहरों में भी लॉन्च किया जाए। कंपनी इसे धीरे-धीरे पूरे देश में रोलआउट करने की तैयारी में है, लेकिन आम ग्राहकों के लिए यह कब उपलब्ध होगी, इसकी कोई सटीक तारीख अभी सामने नहीं आई है।लोगों में कंफ्यूजन क्यों है?
जब लोग '5G' सुनते हैं, तो दिमाग में तुरंत स्मार्टफोन और सिम कार्ड आता है। लेकिन बीएसएनएल की क्वांटम 5G FWA इससे अलग है। यह एक तरह का ब्रॉडबैंड सॉल्यूशन है, जो उन जगहों पर इंटरनेट पहुंचाने के लिए बनाया गया है, जहां पारंपरिक ब्रॉडबैंड सर्विसेज पहुंचाना मुश्किल है। यह सेवा एक कस्टमर प्रिमाइसेस इक्विपमेंट (CPE) डिवाइस के जरिए काम करती है, जो बीएसएनएल के टावर से सिग्नल लेकर हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। यानी, यह आपके मोबाइल फोन के 5G नेटवर्क से अलग, एक फिक्स्ड इंटरनेट सॉल्यूशन है।क्या है खास?
- स्वदेशी तकनीक: यह सेवा पूरी तरह भारत में बनी तकनीक पर आधारित है, जिसमें कोर, रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) और CPE शामिल हैं। यह 'आत्मनिर्भर भारत' मिशन का एक बड़ा कदम है।
- आसान इंस्टॉलेशन: न तार बिछाने की जरूरत, न सिम की। बस डिवाइस लगाइए और इंटरनेट शुरू।
- हाई-स्पीड: 100 Mbps से 300 Mbps तक की स्पीड, जो फाइबर ब्रॉडबैंड जैसी है।
- विस्तार की योजना: बीएसएनएल के 70,000 से ज्यादा 4G टावर पहले से सक्रिय हैं, जो 5G के लिए अपग्रेड हो सकते हैं। कंपनी 2025 तक 1 लाख टावर लगाने की योजना पर काम कर रही है।
आम लोग कब इस्तेमाल कर पाएंगे?
फिलहाल, यह सेवा सिर्फ बिजनेस और एंटरप्राइजेज के लिए है। लेकिन बीएसएनएल का कहना है कि भविष्य में इसे आम ग्राहकों तक भी पहुंचाया जाएगा। कंपनी पहले अपने 4G नेटवर्क को पूरी तरह स्थिर करना चाहती है, जिसके बाद 5G को बड़े पैमाने पर लॉन्च किया जाएगा। कुछ खबरों के मुताबिक, 2025 के अंत तक या 2026 की शुरुआत में यह संभव हो सकता है।क्या यह Jio और एयरटेल को टक्कर देगी?
रिलायंस जियो और भारती एयरटेल पहले से ही 5G FWA सर्विसेज दे रहे हैं। बीएसएनएल की क्वांटम 5G की कीमत और स्वदेशी तकनीक इसे एक मजबूत दावेदार बनाती है, खासकर उन इलाकों में जहां फाइबर कनेक्शन नहीं हैं। लेकिन अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह निजी कंपनियों को कितनी टक्कर दे पाएगी। बीएसएनएल की ताकत उसकी किफायती कीमतों और सरकारी समर्थन में है, लेकिन उसे अपने नेटवर्क और कस्टमर सर्विस को और बेहतर करना होगा।