तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पाशमायलारम औद्योगिक क्षेत्र में सोमवार सुबह एक केमिकल फैक्ट्री में हुए भीषण रिएक्टर विस्फोट ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। इस दर्दनाक हादसे में कम से कम 10 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 15 से 20 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह विस्फोट सिगाची केमिकल्स इंडस्ट्री में सुबह करीब 9 बजे हुआ, जिसके बाद फैक्ट्री में आग लग गई और धुएं का गुबार आसमान में छा गया।
हादसे का मंजर
विस्फोट इतना जोरदार था कि इसकी आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी। फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर उस समय रिएक्टर के पास थे, जब अचानक धमाका हुआ। विस्फोट के बाद फैक्ट्री की इमारत का एक हिस्सा ढह गया, जिसके मलबे में कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। आग की लपटों और घने काले धुएं ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। आसपास की फैक्ट्रियों में काम कर रहे कर्मचारी भी अपनी जान बचाने के लिए बाहर की ओर भागे।
स्थानीय दुकानदार रमेश ने बताया, धमाके की आवाज ऐसी थी जैसे कोई बम फटा हो। हमने देखा कि लोग चीखते-चिल्लाते हुए फैक्ट्री से बाहर भाग रहे थे। आग की गर्मी सैकड़ों मीटर दूर तक महसूस हो रही थी।
बचाव कार्य जारी
हादसे की सूचना मिलते ही संगारेड्डी और हैदराबाद से 11 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। इसके साथ ही दो अग्निशमन रोबोट, आपदा प्रतिक्रिया बल और बचाव दल भी तैनात किए गए। पुलिस, अग्निशमन विभाग और अन्य आपातकालीन टीमें मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हैं। भारी मशीनों जैसे अर्थमूवर्स का इस्तेमाल मलबा हटाने के लिए किया जा रहा है।
संगारेड्डी के पुलिस अधीक्षक परितोष पंकज ने बताया, “हमारी प्राथमिकता घायलों को सुरक्षित निकालना और मलबे में फंसे लोगों को बचाना है। अभी तक कोई शव बरामद नहीं हुआ है, लेकिन बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।” घायलों को नजदीकी सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत नाजुक बताई जा रही है।
मजदूरों की स्थिति
इस फैक्ट्री में ओडिशा, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से आए प्रवासी मजदूर काम करते थे। हादसे के समय करीब 20-25 मजदूर ड्यूटी पर थे। घायलों में से कई को गंभीर जलन और चोटें आई हैं। कुछ मजदूरों की हालत इतनी गंभीर है कि उनकी जान को खतरा बना हुआ है। स्थानीय निवासियों और आसपास की फैक्ट्रियों के कर्मचारियों ने मानव श्रृंखला बनाकर घायलों को बाहर निकालने में मदद की।
सरकार और प्रशासन
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फंसे हुए मजदूरों को बचाने और घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए हर संभव कदम उठाएं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजा नरसिम्हा ने संगारेड्डी जिला प्रशासन को घायलों के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता और राहत उपाय करने का आदेश दिया
विपक्ष के नेता और बीआरएस कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने भी इस घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए सरकार से कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, “पटांचेरु के पाशमायलारम औद्योगिक क्षेत्र में हुआ यह विस्फोट दिल दहलाने वाला है।
हादसे का कारण
विस्फोट का सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। प्रारंभिक जांच में रिएक्टर में दबाव बढ़ने के कारण विस्फोट होने की आशंका जताई जा रही है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि रासायनिक प्रतिक्रिया के दौरान तापमान नियंत्रण में कमी या सुरक्षा उपकरणों की अनुपस्थिति इस हादसे का कारण हो सकती है। फोरेंसिक टीमें और औद्योगिक सुरक्षा निरीक्षक मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर चुके हैं। तेलंगाना सरकार ने इस हादसे की गहन जांच के आदेश दिए हैं और सुरक्षा नियमों में किसी भी तरह की लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों और मजदूरों के परिजनों में गुस्सा देखा जा रहा है। कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि बिना उचित सुरक्षा ऑडिट के ऐसी फैक्ट्रियां कैसे चल रही हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग इस घटना पर दुख और गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, हर बार जांच के आदेश दे दिए जाते हैं, लेकिन मजदूरों की जान की कीमत कौन चुकाएगा? क्या फैक्ट्री मालिकों पर कोई सख्त कार्रवाई होगी?
यह हादसा एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा और मजदूरों की जान की कीमत को लेकर सवाल खड़े करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को सुरक्षा नियमों को और सख्त करना होगा। साथ ही, फैक्ट्रियों में नियमित निरीक्षण और कर्मचारियों को सुरक्षा प्रशिक्षण देने की जरूरत है।