Basti News: नशे में धुत पति ने पत्नी की लोहे से पीटकर की हत्या, पुलिस की कार्यवाई में सच आया सामने

बस्ती, 12 जून 2025: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के हर्रैया थाना क्षेत्र के मुरादीपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। यहां एक व्यक्ति ने नशे की हालत में अपनी पत्नी की लोहे की सरिया से पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी। इस घटना ने न केवल गांव वालों को झकझोर दिया है, बल्कि नशे और घरेलू हिंसा की गंभीर समस्या को एक बार फिर उजागर किया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतका का नाम गीता देवी (35 वर्ष) था और आरोपी उसका पति परवेश यादव (40 वर्ष) है। यह दुखद घटना बुधवार देर रात मुरादीपुर गांव में हुई, जब परवेश नशे में धुत होकर घर लौटा। बताया जा रहा है कि परवेश और गीता के बीच पहले से ही तनाव चल रहा था। स्थानीय लोगों के मुताबिक, परवेश को शराब की बुरी लत थी, जिसके चलते आए दिन उनके घर में झगड़े होते थे। बुधवार रात भी कुछ ऐसा ही हुआ। घर पहुंचते ही परवेश और गीता के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते यह बहस इतनी बढ़ गई कि परवेश ने गुस्से में आकर पास रखी लोहे की सरिया उठाई और गीता पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। गीता की चीखें सुनकर आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक गीता की सांसें थम चुकी थीं।

घटना की सूचना मिलते ही हर्रैया थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने गीता के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। साथ ही, आरोपी पति परवेश यादव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि वारदात के बाद से परवेश फरार है और उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। थाना प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि पुलिस ने आसपास के इलाकों में नाकेबंदी कर दी है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


गांव वालों का बयान

मुरादीपुर गांव के लोगों के अनुसार, गीता और परवेश की शादी को करीब 15 साल हो चुके थे और उनके दो बच्चे भी हैं। गीता एक मेहनती और साधारण महिला थी, जो अपने परिवार का ख्याल रखती थी। वह गांव में अपने सौम्य स्वभाव के लिए जानी जाती थी। दूसरी ओर, परवेश की शराब की लत ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे गांव को परेशान कर रखा था। गांव के एक बुजुर्ग राम लखन ने बताया, "परवेश आए दिन शराब पीकर गीता के साथ झगड़ा करता था। गीता बेचारी चुपचाप सब सहन करती थी। हमें नहीं पता था कि उसका गुस्सा एक दिन इतना भयानक रूप ले लेगा।"
एक अन्य ग्रामीण, श्याम सुंदर, ने बताया कि घटना की रात गीता की चीखें सुनकर कई लोग उनके घर की ओर दौड़े, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। जब तक लोग दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे, तब तक गीता की मौत हो चुकी थी। श्याम सुंदर ने कहा, "यह बहुत दुखद है। गीता के बच्चों का अब क्या होगा? परवेश ने अपने ही परिवार को बर्बाद कर दिया।"


पुलिस की जांच और कार्रवाई

पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया कि परवेश और गीता के बीच आए दिन छोटी-छोटी बातों पर विवाद होता था। शराब के नशे में परवेश का व्यवहार और भी आक्रामक हो जाता था। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है और घटनास्थल से लोहे की सरिया को भी बरामद कर लिया है, जिसे हत्या के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या के कारणों और परिस्थितियों के बारे में और जानकारी मिलेगी।


नशे और घरेलू हिंसा का गंभीर मुद्दा

यह घटना एक बार फिर नशे और घरेलू हिंसा की गंभीर समस्या को सामने लाती है। मुरादीपुर गांव के लोग अब इस बात की मांग कर रहे हैं कि शराब की बिक्री और नशे की लत को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। गांव की एक महिला, ममता देवी, ने कहा, "शराब ने कई घर बर्बाद कर दिए हैं। अगर समय रहते इसे रोका नहीं गया, तो ऐसी घटनाएं और होंगी। सरकार को शराब की बिक्री पर सख्ती करनी चाहिए।"

मुरादीपुर की इस घटना ने न केवल एक परिवार को तोड़ दिया, बल्कि समाज के सामने कई सवाल भी खड़े किए हैं। नशे की लत और गुस्से का यह खौफनाक परिणाम हर किसी के लिए एक सबक है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, गांव वाले और स्थानीय लोग गीता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि नशे की लत और घरेलू हिंसा को रोकने के लिए समाज और सरकार को मिलकर क्या कदम उठाने चाहिए।


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