दुनिया के सबसे अमीर उद्यमी और टेस्ला-स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने अमेरिकी सियासत में एक नया भूचाल ला दिया है। मस्क ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ऐलान किया कि उन्होंने ‘अमेरिका पार्टी’ नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी की शुरुआत की है। यह घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विवाद ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ के सीनेट में पास होने के बाद आई है, जिसे मस्क ने ‘पागलपन भरा’ और ‘अमेरिका को दिवालिया करने वाला’ करार दिया था।

मस्क और ट्रंप: दोस्ती से दुश्मनी तक

कभी डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी रहे मस्क ने पिछले साल के राष्ट्रपति चुनाव में उनकी जमकर मदद की थी। ट्रंप के हर मंच पर मस्क उनके साथ नजर आते थे। जीत के बाद ट्रंप ने मस्क को ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (DOGE) का प्रमुख बनाया था। लेकिन ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ ने दोनों के रिश्तों में ऐसी दरार डाली कि अब मस्क और ट्रंप एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल चुके हैं।

मस्क ने इस बिल को अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लिए घातक बताया है। उनके मुताबिक, यह बिल देश का कर्ज 3.3 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ा सकता है और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग, खासकर उनकी कंपनी टेस्ला, को भारी नुकसान पहुंचाएगा। मस्क ने X पर लिखा, “यह बिल पुराने उद्योगों को फायदा देता है, लेकिन भविष्य की टेक्नोलॉजी को तबाह कर देगा। इसे पास करने वाले सांसदों को शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए।


‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ क्या है?

940 पन्नों का यह बिल ट्रंप प्रशासन की नीतियों का हिस्सा है। इसमें 2017 के टैक्स कट्स को स्थायी करने, सेना और सीमा सुरक्षा के लिए भारी फंडिंग, अवैध प्रवासियों के निर्वासन के लिए बजट, और सरकारी खर्च में ‘बर्बादी और धोखाधड़ी’ कम करने जैसे प्रावधान शामिल हैं। लेकिन आलोचकों का कहना है कि यह बिल अमीरों को फायदा पहुंचाएगा, जबकि मध्यम और निम्न-आय वर्ग के लिए हेल्थकेयर और खाद्य सहायता जैसे क्षेत्रों में कटौती करेगा

इस बिल को सीनेट में 51-50 के मामूली अंतर से मंजूरी मिली, जिसमें उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने टाई-ब्रेकिंग वोट डाला। अब यह हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में जाएगा, जहां इसका भविष्य तय होगा।


‘अमेरिका पार्टी’ का ऐलान

मस्क ने इस बिल के सीनेट में पास होने के बाद रविवार को एक्स पर लिखा, “2-1 के अनुपात से आप लोग एक नई राजनीतिक पार्टी चाहते हैं, और अब यह आपको मिलेगी। आज ‘अमेरिका पार्टी’ का गठन हो गया है, ताकि आपको आपकी आजादी वापस मिल सके।”

मस्क का कहना है कि अमेरिका का मौजूदा दो-पार्टी सिस्टम (डेमोक्रेट और रिपब्लिकन) जनता की आवाज को दबा रहा है। उन्होंने इसे ‘पॉर्की पिग पार्टी’ का तंज कसते हुए फिजूलखर्ची का प्रतीक बताया। मस्क की नई पार्टी का मकसद एक ऐसा विकल्प देना है जो आम लोगों के हितों को प्राथमिकता दे।

अमेरिका में तीसरी पार्टी का इतिहास ज्यादा सफल नहीं रहा है। 1992 में रॉस पेरोट की रिफॉर्म पार्टी ने 19% वोट हासिल किए थे, लेकिन कोई राज्य नहीं जीत सकी। विश्लेषकों का मानना है कि मस्क की लोकप्रियता और संसाधन उन्हें एक मजबूत खिलाड़ी बना सकते हैं, खासकर टेक समुदाय और युवा वोटरों में उनकी गहरी पैठ है। एक हालिया सर्वे के मुताबिक, 40% अमेरिकी मस्क की तीसरी पार्टी का समर्थन कर सकते हैं, जो मौजूदा पार्टियों से बढ़ते असंतोष को दिखाता है।


ट्रंप का पलटवार

ट्रंप ने मस्क की धमकी को हल्के में नहीं लिया। उन्होंने मस्क की कंपनियों को मिलने वाली सब्सिडी खत्म करने और उनकी स्थिति की जांच करने की चेतावनी दी। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “एलन को सबसे ज्यादा सब्सिडी मिली है। बिना इसके उन्हें दक्षिण अफ्रीका लौटना पड़ सकता है।”

इस बयान के बाद टेस्ला के शेयरों में 5.34% की गिरावट आई, जिससे मस्क की नेटवर्थ में 12.1 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।


ऐलान मास्क ने क्या कहा

मस्क की ‘अमेरिका पार्टी’ का भविष्य अभी अनिश्चित है। क्या यह सिर्फ एक सनसनीखेज बयान है या वाकई अमेरिकी सियासत में बदलाव लाएगी? विश्लेषकों का मानना है कि मस्क की पार्टी ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के वोट बैंक, खासकर युवा और टेक-फ्रेंडली मतदाताओं, में सेंध लगा सकती है। इससे 2026 के मध्यावधि चुनावों में नया समीकरण बन सकता है।

मस्क ने साफ कर दिया है कि वह पीछे नहीं हटेंगे। उनकी इस नई सियासी पारी ने न सिर्फ अमेरिका, बल्कि दुनियाभर में चर्चा का माहौल बना दिया है। अब देखना यह है कि क्या मस्क का यह दांव ट्रंप के लिए चुनौती बनेगा।