दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सरकारी आवास के रिनोवेशन को लेकर सियासी तूफान खड़ा हो गया है। राज निवास मार्ग पर स्थित बंगला नंबर 1, जो अब सीएम का आधिकारिक आवास है, को 60 लाख रुपये की लागत से नया रूप दिया जा रहा है। इस रिनोवेशन में आलीशान सुविधाओं जैसे 24 एयर कंडीशनर, 5 हाई-एंड टीवी, और चमकदार झाड़-फानूस शामिल हैं। इस खर्च को लेकर विपक्षी दल आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है, इसे 'मायामहल' और 'रंगमहल' करार देते हुए जनता के पैसे की बर्बादी बताया है। दूसरी ओर, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे जरूरी अपग्रेड बताया है।
रिनोवेशन की डिटेल्स: क्या है विवाद का केंद्र?
पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) ने 28 जून को 60 लाख रुपये का टेंडर जारी किया, जिसमें बंगला नंबर 1 के रिनोवेशन की योजना शामिल है। इस टेंडर के अनुसार, पहला चरण जुलाई के पहले हफ्ते में शुरू होगा और 60 दिनों में पूरा होगा।
विपक्ष का हमला
आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस रिनोवेशन को 'मायामहल' करार देते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। AAP का कहना है कि जब दिल्ली की जनता बिजली कटौती, पानी की कमी, महंगाई, और बढ़ती स्कूल फीस जैसी समस्याओं से जूझ रही है, तब सीएम का आलीशान बंगला बनवाना जनता के साथ धोखा है। AAP ने इसे पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के 6, फ्लैगस्टाफ रोड वाले बंगले से जोड़ा, जिसे बीजेपी ने 'शीशमहल' कहकर चुनाव में मुद्दा बनाया था।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी तंज कसते हुए कहा, जब दिल्ली के लोग अपने घर बचाने के लिए बुलडोजर के सामने लेट रहे हैं, तब रेखा गुप्ता अपने लिए 'रंगमहल' बनवा रही हैं। दो बंगले जोड़कर बनाया गया यह आवास जनता के पैसे की बर्बादी है।
AAP ने सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया, जिसमें दावा किया गया कि रेखा गुप्ता का बंगला बीजेपी के 'शीशमहल' वाले आरोपों का जवाब है। पार्टी ने कहा कि यह खर्च दिल्ली की जनता की प्राथमिकताओं के खिलाफ है।
बीजेपी का बचाव: 'यह कोई आलीशान खर्च नहीं'
बीजेपी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। दिल्ली के मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "यह सीएम का आधिकारिक आवास है, कोई आलीशान महल नहीं। इसमें जरूरी सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं।" उन्होंने AAP पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें पहले अपनी सरकार के रिकॉर्ड का जवाब देना चाहिए। सिरसा ने यह भी बताया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस रूम में भी 8 एसी हैं, तो सीएम आवास में सुविधाएं होना कोई बड़ी बात नहीं है।
रेखा गुप्ता ने भी जवाब देते हुए कहा, "पूर्व सीएम ने जनता के पैसे से 'शीशमहल' बनवाया था, जबकि हमारा यह बंगला जनता की सुविधा के लिए समर्पित है। यही अंतर है।" उन्होंने 6, फ्लैगस्टाफ रोड वाले बंगले को म्यूजियम में बदलने की अपनी बात दोहराई।
बंगले का इतिहास और रेखा गुप्ता का फैसला
रेखा गुप्ता ने फरवरी 2025 में दिल्ली की सीएम के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के 6, फ्लैगस्टाफ रोड वाले बंगले में रहने से इनकार कर दिया था, जिसे बीजेपी ने 'शीशमहल' कहकर चुनाव में मुद्दा बनाया था। इस बंगले पर कथित तौर पर 33.66 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जिसकी जांच अभी चल रही है। गुप्ता ने इसे जनता के लिए म्यूजियम बनाने का वादा किया था
लगभग 100 दिनों तक वह अपने शालीमार बाग स्थित निजी घर से काम करती रहीं, जहां जगह की कमी के कारण जनता और अधिकारियों से मुलाकात में दिक्कत हो रही थी। जून 2025 में, PWD ने उन्हें राज निवास मार्ग पर बंगला नंबर 1 और 2 आवंटित किया, जिसमें बंगला नंबर 1 उनका निवास और बंगला नंबर 2 कैंप ऑफिस होगा।
जनता और सोशल मीडिया
यह विवाद दिल्ली की सियासत में एक नया मोड़ ला सकता है। विपक्ष इसे बीजेपी के खिलाफ बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में है, जबकि बीजेपी इसे सामान्य प्रशासनिक काम बता रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला दिल्ली की जनता के बीच सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठा सकता है, खासकर तब जब शहर बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है।
रेखा गुप्ता के सामने अब चुनौती है कि वह इस विवाद को कैसे संभालती हैं और जनता का भरोसा कैसे बनाए रखती हैं। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और सियासी बयानबाजी होने की संभावना है।