राजधानी दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में एक सनसनीखेज डबल मर्डर की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। एक बंद घर में माँ और बेटे की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है, और पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस वारदात को घर के नौकर ने अंजाम दिया। हत्या का कारण हैरान करने वाला है।


क्या है पूरा मामला?

लाजपत नगर के एक पॉश रिहायशी इलाके में यह घटना बुधवार देर रात की बताई जा रही है। पुलिस को स्थानीय लोगों से सूचना मिली कि एक घर से कई घंटों से कोई हलचल नहीं दिख रही थी, और दरवाजा भी बंद था। जब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ताला तोड़ा, तो अंदर का मंजर देखकर सभी के होश उड़ गए। घर में रहने वाली 55 वर्षीय मंजू शर्मा और उनके 28 वर्षीय बेटे राहुल शर्मा का शव खून से लथपथ हालत में पड़ा था। दोनों की हत्या धारदार हथियार से की गई थी, और कमरे में जगह-जगह खून के छींटे बिखरे हुए थे।

पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। शुरुआती जांच में घर में काम करने वाला नौकर, 24 वर्षीय रमेश कुमार, मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया। रमेश पिछले दो साल से शर्मा परिवार के साथ काम कर रहा था और परिवार के साथ उनके घर में ही रहता था।


डांट बनी हत्या की वजह

पुलिस सूत्रों के अनुसार, रमेश ने पूछताछ में कबूल किया कि उसने मंजू शर्मा और राहुल की हत्या की। उसने बताया कि मंगलवार रात को मंजू शर्मा ने उसे काम में लापरवाही के लिए जोरदार डांट लगाई थी। राहुल ने भी उसकी बात का समर्थन करते हुए उसे ताने मारे थे। रमेश ने बताया कि वह इस डांट से बेहद आहत और गुस्से में था। उसने गुस्से में आकर रसोई से चाकू लिया और देर रात दोनों की हत्या कर दी। इसके बाद वह घर में ताला लगाकर फरार हो गया।

पुलिस ने रमेश को बुधवार देर रात नजदीकी बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया, जब वह दिल्ली छोड़कर अपने गाँव भागने की फिराक में था। उसके पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू और कुछ नकदी भी बरामद हुई है।


परिवार और पड़ोसियों में शोक की लहर

शर्मा परिवार लाजपत नगर में एक सम्मानित परिवार के रूप में जाना जाता था। मंजू शर्मा एक स्कूल में शिक्षिका थीं, जबकि राहुल एक निजी कंपनी में इंजीनियर के पद पर थे। पड़ोसियों का कहना है कि परिवार बेहद सभ्य और सीधा था, और इस घटना ने उन्हें गहरे सदमे में डाल दिया है। एक पड़ोसी, प्रीति मेहता, ने बताया, "मंजू जी बहुत अच्छी इंसान थीं। राहुल भी बहुत मेहनती और शांत स्वभाव का था। ये सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं कि इतनी छोटी सी बात पर कोई इतना बड़ा कदम उठा सकता है।"


पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी रविंद्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मामला हत्या का है और मुख्य आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने कहा, "हमने रमेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है, और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। फिर भी, हम सभी पहलुओं की गहन जांच कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के नतीजे जल्द आएंगे, जिससे हत्या के समय और तरीके की पूरी जानकारी मिलेगी।"

पुलिस ने यह भी बताया कि रमेश के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है, और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या हत्या के पीछे कोई और मकसद भी था। परिवार के अन्य सदस्यों और रमेश के जानने वालों से भी पूछताछ की जा रही है।

लाजपत नगर का यह डबल मर्डर न केवल एक परिवार की दुख है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, और उम्मीद है कि जल्द ही सभी चीजें सामने आएंगे। इस बीच, शर्मा परिवार के लिए पड़ोसी और रिश्तेदार शोक सभा का आयोजन कर रहे हैं। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हमारा समाज छोटी-छोटी बातों को सहन करने की क्षमता खो रहा है।