भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर चल रहे पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। कप्तान शुभमन गिल की शानदार बल्लेबाजी और रणनीतिक कप्तानी ने भारत को जीत की दहलीज पर ला खड़ा किया है। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 3 विकेट के नुकसान पर 72 रन बनाए थे, और अब उसे आखिरी दिन 536 रनों का विशाल लक्ष्य हासिल करना है। दूसरी ओर, भारतीय गेंदबाजों को सिर्फ 7 विकेट चाहिए, जो इस ऐतिहासिक मैदान पर भारत की पहली टेस्ट जीत का रास्ता साफ कर सकता है।
गिल का बल्ला बना इंग्लैंड की मुश्किल
इस टेस्ट मैच में शुभमन गिल भारत की जीत के सबसे बड़े नायक रहे हैं। पहली पारी में 269 रनों की मैराथन पारी खेलने के बाद, उन्होंने दूसरी पारी में भी 161 रनों की तूफानी पारी खेली। गिल एक टेस्ट मैच में 400 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं, जिसने उन्हें सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों की बराबरी में ला खड़ा किया। उनकी कप्तानी में भारत ने पहली पारी में 587 रन बनाए, जिसमें यशस्वी जायसवाल (87) और रविंद्र जडेजा (89) ने भी अहम योगदान दिया। दूसरी पारी में भारत ने 6 विकेट पर 427 रन बनाकर पारी घोषित की, जिससे इंग्लैंड को 608 रनों का लक्ष्य मिला।
इंग्लैंड की खराब शुरुआत
लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। भारतीय गेंदबाजों, खासकर आकाशदीप और मोहम्मद सिराज ने इंग्लैंड के शीर्ष क्रम को तहस-नहस कर दिया। आकाशदीप ने जैक क्रॉली (0) और बेन डकेट (25) को पवेलियन भेजा, जबकि सिराज ने जो रूट (6) को आउट किया। चौथे दिन के अंत तक इंग्लैंड का स्कोर 72/3 था, जिसमें हैरी ब्रूक (15) और ओली पोप (24) क्रीज पर थे। इंग्लैंड को अब भी 536 रन चाहिए, जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़े लक्ष्यों में से एक है।
बारिश बनी चुनौती
पांचवें दिन का खेल शुरू होने से पहले बर्मिंघम में बारिश ने भारत की उम्मीदों पर पानी फेरने की कोशिश की। मौसम विभाग के अनुसार, सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक बारिश की संभावना है, जिससे खेल में देरी हो सकती है। अगर बारिश ने ज्यादा खलल डाला, तो भारत का ऐतिहासिक जीत का सपना अधूरा रह सकता है। हालांकि, भारतीय खेमा आत्मविश्वास से भरा हुआ है, और गिल की रणनीति स्पष्ट है—जल्दी विकेट चटकाकर इंग्लैंड को दबाव में रखना।
गेंदबाजों पर टिकी नजरें
भारत की गेंदबाजी में आकाशदीप और मोहम्मद सिराज ने पहले ही अपनी छाप छोड़ी है। पहली पारी में सिराज ने 6 और आकाशदीप ने 4 विकेट लिए थे। आज के दिन रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर जैसे स्पिनरों की भूमिका भी अहम होगी, क्योंकि पिच पर अब कुछ टर्न मिलने की उम्मीद है। इंग्लैंड के पास बेन स्टोक्स, जेमी स्मिथ और हैरी ब्रूक जैसे बल्लेबाज हैं, जो बड़ा स्कोर खड़ा करने की काबिलियत रखते हैं। लेकिन 536 रनों का लक्ष्य उनके लिए पहाड़ जैसा है, खासकर तब जब भारत के गेंदबाज शानदार फॉर्म में हैं।
एजबेस्टन में इतिहास रचने का मौका
एजबेस्टन का मैदान भारत के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। भारत ने यहां खेले गए 8 टेस्ट मैचों में से 7 में हार का सामना किया है, और एकमात्र ड्रॉ 1986 में मिला था। अगर शुभमन गिल की टीम आज जीत हासिल करती है, तो यह न सिर्फ सीरीज में 1-1 की बराबरी लाएगा, बल्कि भारत के क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ेगा। पहले टेस्ट में लीड्स में 5 विकेट से हार के बाद, यह जीत भारतीय टीम के लिए मनोबल बढ़ाने वाली होगी।
फैंस की नजरें गिल और उनके सैनिकों पर
भारत में क्रिकेट फैंस की नजरें आज बर्मिंघम पर टिकी हैं। सोशल मीडिया पर शुभमन गिल की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं, और फैंस को यकीन है कि उनकी ‘गिल सेना’ इंग्लैंड को धूल चटाएगी। यह मैच न सिर्फ सीरीज की दृष्टि से अहम है, बल्कि आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के लिए भी महत्वपूर्ण है।
आज का दिन भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक हो सकता है। क्या गिल की अगुवाई में भारत एजबेस्टन का अभेद्य किला जीत पाएगा, या बारिश इंग्लैंड की हार को ड्रॉ में बदल देगी? यह देखना दिलचस्प होगा।