उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने खेल जगत में देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने का अपना वादा पूरा किया है। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज रिंकू सिंह सहित छह अन्य अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को खेल कोटे के तहत राजपत्रित अधिकारी के पद पर नियुक्ति दी गई है। यह नियुक्ति उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 के तहत की गई है, जो उन खिलाड़ियों को सरकारी सेवा में मौका देती है जिन्होंने वैश्विक स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया हो।
रिंकू सिंह बनेंगे बेसिक शिक्षा अधिकारी
अलीगढ़ के रहने वाले रिंकू सिंह, जिन्होंने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता, अब शिक्षा के क्षेत्र में नई पारी शुरू करेंगे। उन्हें बेसिक शिक्षा विभाग में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) के पद पर नियुक्त किया गया है। रिंकू ने अपने क्रिकेट करियर में कई यादगार पारियां खेलीं, खासकर आईपीएल 2023 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए एक ओवर में पांच छक्के जड़कर पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरी थीं। अब वह अपने गृह जनपद अलीगढ़ में अमीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के रूप में सेवा देंगे। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने रिंकू को मेडिकल जांच और जरूरी दस्तावेज जमा करने के लिए पत्र जारी किया है।
रिंकू की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है। एक साधारण परिवार से आने वाले रिंकू के पिता खानचंद्र गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थे। बचपन में रिंकू ने भी पिता का हाथ बटाया, लेकिन अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने क्रिकेट के मैदान में अपनी पहचान बनाई। उनकी इस उपलब्धि पर उनके परिवार और प्रशंसकों में खुशी की लहर है।
छह अन्य खिलाड़ियों को भी मिला मौका
रिंकू अकेले नहीं हैं जिन्हें यह सम्मान मिला है। योगी सरकार ने छह अन्य खिलाड़ियों को भी विभिन्न विभागों में राजपत्रित अधिकारी के पदों पर नियुक्त करने का फैसला किया है। इनमें पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम के साथ कांस्य पदक जीतने वाले गाजीपुर के राजकुमार पाल शामिल हैं।
राजकुमार को गृह विभाग में पुलिस उप अधीक्षक (डीएसपी) बनाया गया है। इसके अलावा, नोएडा के पैरा-एथलीट प्रवीण कुमार को भी डीएसपी के पद पर नियुक्त किया गया है।
मेरठ की शॉटपुट खिलाड़ी किरन बालियान, जिन्होंने 2023 एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता था, को वन विभाग में क्षेत्रीय वन अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है। इटावा के जेवलिन थ्रोअर अजीत सिंह और गाजियाबाद की पैरा-एथलीट सिमरन को पंचायती राज विभाग में जिला पंचायती राज अधिकारी बनाया गया है। वहीं, मेरठ की पैरा-एथलीट प्रीति पाल को ग्रामीण विकास विभाग में खंड विकास अधिकारी के पद पर नियुक्त किया गया है।
नियुक्ति की प्रक्रिया और शर्तें
इन सभी खिलाड़ियों की नियुक्ति मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता वाली चयन समिति की सिफारिश पर की गई है। नियुक्ति के लिए खिलाड़ियों को जरूरी शैक्षणिक और अन्य दस्तावेज जमा करने होंगे। साथ ही, अगले सात साल में उन्हें अपने-अपने विभागों से जुड़ी जरूरी योग्यताएं पूरी करनी होंगी, ताकि वे भविष्य में प्रमोशन के हकदार बन सकें। बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि रिंकू सिंह सहित सभी खिलाड़ियों को जल्द ही नियुक्ति पत्र जारी किए जाएंगे।
खेल और शिक्षा में नया तालमेल
योगी सरकार का यह कदम खेल और शिक्षा के बीच तालमेल को बढ़ावा देने वाला माना जा रहा है। रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ियों की नियुक्ति से न केवल उनकी प्रतिभा को सम्मान मिलेगा, बल्कि युवाओं को यह संदेश भी जाएगा कि खेल के साथ-साथ शिक्षा और प्रशासनिक सेवा में भी योगदान दिया जा सकता है। रिंकू ने इस मौके पर खुशी जताते हुए कहा, मैं क्रिकेट के मैदान की तरह शिक्षा के क्षेत्र में भी पूरी मेहनत और लगन से काम करूंगा।
राजनीतिक चर्चा भी गरम
रिंकू सिंह की नियुक्ति को लेकर कुछ राजनीतिक चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। हाल ही में रिंकू ने समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज से सगाई की है, जिसके बाद उनकी शादी की तारीख को फिलहाल टाल दिया गया है। कुछ विपक्षी दलों का कहना है कि यह नियुक्ति सिर्फ खेल प्रतिभा को सम्मान देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे राजनीतिक समीकरण भी हो सकते हैं। हालांकि, सरकार ने साफ किया कि यह नियुक्ति पूरी तरह से खिलाड़ियों की उपलब्धियों के आधार पर की गई है और पहले भी कई खिलाड़ियों को इस नीति के तहत नौकरी दी जा चुकी है।
रिंकू सिंह और अन्य खिलाड़ियों की इस उपलब्धि पर सोशल मीडिया पर प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। लोग इसे न केवल खिलाड़ियों के लिए सम्मान, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी मान रहे हैं।