उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुंड के पास केदारनाथ रूट पर रविवार सुबह एक भयानक हेलिकॉप्टर हादसा हो गया, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी। इस दुखद घटना में हेलिकॉप्टर में सवार छह लोगों में से पांच की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। हादसे की सूचना मिलते ही (NDRF) और  (SDRF) की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया।
उत्तराखंड के अपर पुलिस डॉ. वी. मुरुगेशन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि गौरीकुंड के पास लापता हुआ हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त पाया गया। उन्होंने कहा, "हमें सुबह करीब 8 बजे हेलिकॉप्टर के लापता होने की सूचना मिली थी। तलाशी अभियान के दौरान उसका मलबा गौरीकुंड के पास एक पहाड़ी क्षेत्र में मिला। हेलिकॉप्टर में छह लोग सवार थे, जिनमें से पांच की मौत हो चुकी है। एक व्यक्ति को गंभीर हालत में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।"

हादसे की जानकारी

जानकारी के अनुसार, हेलिकॉप्टर केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों को लेकर जा रहा था। यह निजी कंपनी का हेलिकॉप्टर था, जो गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए उड़ान भर रहा था। हादसा सुबह के समय हुआ, जब क्षेत्र में घना कोहरा और हल्की बारिश की स्थिति थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह से ही मौसम खराब था, जिसके कारण उड़ान में दिक्कतें आ सकती थीं। हालांकि, हादसे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। जांच में तकनीकी खराबी, खराब मौसम या पायलट की गलती जैसे कारणों पर विचार किया जा रहा है।
घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया, "हमने सुबह एक तेज आवाज सुनी और फिर धुआं उठता दिखा। जब हम वहां पहुंचे, तो हेलिकॉप्टर का मलबा बिखरा पड़ा था। यह देखकर हम सब हैरान रह गए।" हादसे की जगह दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में होने के कारण बचाव कार्य में भी काफी मुश्किलें आईं। NDRF और SDRF की टीमें रस्सियों और अन्य उपकरणों की मदद से मलबे तक पहुंचीं और शवों को बाहर निकाला।


प्रशासन का एक्शन

हादसे की खबर मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमें हरकत में आ गईं। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी ने बताया कि घटनास्थल को सील कर दिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। मृतकों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है, और उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है। घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के बाद देहरादून के एक बड़े अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।


मुख्यमंत्री ने जताया शोक

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "केदारनाथ रूट पर हुआ हेलिकॉप्टर हादसा बेहद दुखद है। मैं भगवान केदारनाथ से प्रार्थना करता हूं कि मृतकों की आत्मा को शांति मिले और घायल व्यक्ति जल्द स्वस्थ हो। राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ हर संभव मदद के लिए खड़ी है।" उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि हादसे की उच्चस्तरीय जांच की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।


केदारनाथ यात्रा पर उठे सवाल

यह हादसा केदारनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करता है। हर साल लाखों श्रद्धालु केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए आते हैं, और हेलिकॉप्टर सेवा उनकी सुविधा के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है। लेकिन खराब मौसम और पहाड़ी क्षेत्रों के कारण कई बार हेलिकॉप्टर सेवाएं जोखिम भरी हो जाती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हेलिकॉप्टर सेवाओं के लिए सख्त नियम और मौसम की सटीक जानकारी जरूरी है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
हादसे की खबर से गौरीकुंड और आसपास के गांवों में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय निवासी गोपाल सिंह ने कहा, "केदारनाथ यात्रा हमारी आजीविका का हिस्सा है, लेकिन ऐसे हादसे हमें डराते हैं। हम चाहते हैं कि सरकार यात्रियों की सुरक्षा के लिए और सख्त कदम उठाए।" कई स्थानीय लोग बचाव कार्य में मदद के लिए आगे आए और प्रशासन का सहयोग किया।

यह हादसा न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लिए एक दुखद घटना है। सरकार और प्रशासन से उम्मीद है कि वे इस घटना से सबक लेंगे और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएंगे। फिलहाल, राहत और बचाव कार्य जारी हैं, और मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।