भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को सख्त और साफ लहजे में चेतावनी दी है कि अगर आतंकवादी हमलों के जरिए उसे उकसाने की कोशिश की गई, तो वह चुप नहीं बैठेगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान के अंदर तक जाकर आतंकवादियों और उनके आकाओं के खिलाफ कार्रवाई करेगा। यह बयान हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद आया है, जिसने पूरे देश को गुस्से और दुख से भर दिया।
पाकिस्तान की हरकतें बर्दाश्त से बाहर
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, "पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। वहां हजारों आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जा रही है, जिन्हें भारत के खिलाफ हमलों के लिए भेजा जाता है। यह अब और सहन नहीं किया जाएगा।" उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि अगर भविष्य में पहलगाम जैसे बर्बर और कायराना हमले हुए, तो भारत आतंकवादी संगठनों और उनके नेताओं के खिलाफ कठोर जवाबी कार्रवाई करेगा।
जयशंकर ने कहा, "भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम अपनी सुरक्षा के साथ समझौता करेंगे। हमारी सेना और सुरक्षा एजेंसियां हर तरह के खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। पाकिस्तान को यह अच्छे से समझ लेना चाहिए कि आतंकवाद को समर्थन देने की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।"
पहलगाम हमला: बर्बरता की हद
पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री ने इसे "बर्बरता की हद" करार दिया। इस हमले में कई निर्दोष लोग घायल हुए और इलाके में दहशत फैल गई। जयशंकर ने कहा, "ऐसी कायराना हरकतें भारत के सब्र की परीक्षा ले रही हैं। हम अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर हैं। अगर पाकिस्तान की ओर से ऐसी हरकतें जारी रहीं, तो भारत को मजबूरन सख्त कदम उठाने पड़ेंगे।"उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत ने पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसे कदम उठाकर अपनी मंशा साफ कर दी है। "हमने दिखाया है कि आतंकवाद के खिलाफ हमारा रुख जीरो टॉलरेंस का है। पाकिस्तान को यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत अपनी रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है," जयशंकर ने कहा।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी घिरा पाकिस्तान
विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बार-बार पाकिस्तान के आतंकवाद को प्रायोजित करने की सच्चाई को उजागर किया है। उन्होंने कहा, "पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ बना हुआ है। हमने संयुक्त राष्ट्र से लेकर अन्य मंचों पर इस मुद्दे को मजबूती से उठाया है। अब समय आ गया है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज आए।"पाकिस्तान की चुप्पी, तनाव बढ़ने की आशंका
जयशंकर के इस बयान के बाद पाकिस्तान की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, जानकारों का मानना है कि भारत की यह चेतावनी दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा सकती है। भारत और पाकिस्तान के रिश्ते पहले से ही तनावपूर्ण हैं, और आतंकवाद इस तनाव की सबसे बड़ी वजह बना हुआ है।
जनता का समर्थन, सोशल मीडिया पर चर्चा
जयशंकर के इस बयान को देशभर में भारी समर्थन मिल रहा है। सोशल मीडिया पर लोग इसे भारत की मजबूत और स्पष्ट नीति का प्रतीक बता रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "भारत अब आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं रहेगा। जयशंकर जी का यह बयान हर भारतीय की भावना को दर्शाता है।" वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, "पाकिस्तान को अब समझ लेना चाहिए कि भारत की सेना और सरकार हर चुनौती के लिए तैयार है।"
यह भी पढ़ें: बिहार की सियासत में नया मोड़: जसुपा का जदयू और राजद पर हमला, प्रशांत किशोर के पक्ष में बड़ा बयान
क्या है आगे का रास्ता?
जयशंकर का यह बयान भारत की उस नीति को और मजबूत करता है, जो आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की बात करती है। जानकारों का कहना है कि भारत अब न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा करेगा, बल्कि आतंकवाद के स्रोत को खत्म करने के लिए भी कदम उठाएगा। यह बयान न सिर्फ पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है, बल्कि दुनिया को यह भी दिखाता है कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए कितना गंभीर है।
फिलहाल, सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि पाकिस्तान इस चेतावनी का जवाब कैसे देता है। लेकिन इतना साफ है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की नरमी बरतने के मूड में नहीं है।