दिल्ली पुलिस ने एक बड़े हनी ट्रैप और जासूसी रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें विदेशी लड़कियां सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करके बड़े लोगों को अपने जाल में फंसाती थीं। ये लड़कियां न सिर्फ ब्लैकमेल करके मोटी रकम वसूल रही थीं, बल्कि जानकारी भी हासिल कर रही थीं। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इस रैकेट के तार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से भी जुड़े हो सकते हैं। पु लिस ने कई लड़कियों और उनके साथियों को गिरफ्तार किया है, और मामले की जांच अभी भी जारी है।
कैसे काम करता था ये रैकेट?
पुलिस का कहना है कि, यह रैकेट बेहद शातिर तरीके से काम कर रहा था। विदेशी लड़कियां, खास तौर पर बांग्लादेश, उज्बेकिस्तान और अन्य देशों से आईं, सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स के जरिए हाई-प्रोफाइल लोगों को टारगेट करती थीं। ये लड़कियां पहले सोशल मीडिया पर दोस्ती करतीं, फिर मुलाकात के बहाने होटल या स्पा सेंटर जैसी जगहों पर ले जाती थीं। वहां गुप्त कैमरों और रिकॉर्डिंग के जरिए उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें या वीडियो बना लिए जाते थे। इसके बाद ब्लैकमेल करके लाखों रुपये मांगा जाता था। कुछ मामलों में संवेदनशील जानकारी भी लीक की जा रही थी, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता था।
पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और साइबर क्राइम यूनिट ने इस रैकेट पर लंबे समय तक नजर रखने के बाद छापेमारी की। इस साल मई में राजस्थान के डींग जिले से एक 15 साल की पाकिस्तानी लड़की सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा जनवरी में आनंद विहार के एक स्पा सेंटर से 14 लोगों को पकड़ा गया, जिनमें तीन बांग्लादेशी लड़कियां थीं। मार्च 2025 में महिपालपुर के एक होटल से तीन कजाकिस्तानी महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया। ये सभी डेटिंग ऐप्स और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को फंसाने में शामिल थीं।
पुलिस ने बताया कि इस रैकेट ने पिछले कुछ सालों में दिल्ली और आसपास के इलाकों में 25 से ज्यादा हाई-प्रोफाइल लोगों को अपना शिकार बनाया। एक मामले में 60 साल के एक डॉक्टर से 9 लाख रुपये लिए गए। पुलिस ने कई मोबाइल, लैपटॉप और गुप्त रिकॉर्डिंग डिवाइस भी बरामद किए हैं।
ISI का कनेक्शन
जांच में सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि इस रैकेट के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ हो सकता है। खुफिया एजेंसियों को शक है कि इन हनी ट्रैप के जरिए महत्वपूर्ण लोगों से गोपनीय जानकारी हासिल की जा रही थी, जो देश विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल हो सकती थी। दिल्ली पुलिस अब इस एंगल से भी जांच कर रही है और विदेशी एजेंसियों के साथ मिलकर इस नेटवर्क के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश में है।
पुलिस की अपील
दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स पर अंजान लोगों से दोस्ती करने में सावधानी बरतें। खासकर ऐसी जगहों पर निजी जानकारी साझा करने से बचें। पुलिस ने यह भी कहा कि अगर कोई ब्लैकमेलिंग की कोशिश करता है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत करें।
पुलिस का कहना है कि यह रैकेट दिल्ली तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका जाल राजस्थान और अन्य पड़ोसी राज्यों तक फैला हुआ है। अभी कई बड़े सरगनाओं की तलाश जारी है, जो इस रैकेट को ऑनलाइन और ऑफलाइन चला रहे हैं। पुलिस ने वीजा नियमों के उल्लंघन के मामले में भी कुछ विदेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है।
यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चेतावनी है। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई ने न सिर्फ एक बड़े अपराध को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि डिजिटल दुनिया में सावधानी कितनी जरूरी है।