देश के कई हिस्सों में मानसून ने जोर पकड़ लिया है, जिसके चलते दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और अन्य राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटों में इन क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना है। इस बीच, राजस्थान के कोटा में भारी बारिश के कारण तीन लोगों की जान चली गई और कई इलाकों में जलभराव ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।


दिल्ली-NCR में बारिश से हाहाकार

दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों (नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम) में बुधवार शाम से शुरू हुई तेज बारिश ने शहर की रफ्तार को थाम दिया। सड़कों पर जलभराव के कारण कई जगहों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। नई दिल्ली के मिंटो रोड, आईटीओ, आउटर रिंग रोड, और अक्षरधाम जैसे प्रमुख इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी हुई। मयूर विहार के NH-24 अंडरपास में तो गाड़ियां पानी में तैरती नजर आईं।

मौसम विभाग ने दिल्ली-NCR के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है, जिसमें मध्यम से भारी बारिश और 30-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "हमारी टीमें सुबह से ही सड़कों पर हैं और जल निकासी के लिए काम कर रही हैं। हम स्थिति को जल्द सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं।" हालांकि, जलभराव ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


उत्तर प्रदेश और बिहार में भारी बारिश का कहर

उत्तर प्रदेश के कई जिलों, खासकर पूर्वी यूपी के सोनभद्र, मिर्जापुर, वाराणसी, बलिया और गोरखपुर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले दो दिनों तक इन इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। लखनऊ, आगरा, मथुरा और झांसी जैसे शहरों में भी जलभराव की खबरें सामने आई हैं।

बिहार में भी स्थिति गंभीर है। पटना, गया, और भागलपुर जैसे शहरों में नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने बिहार के उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश और बिजली गिरने की आशंका जताई है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों के पास न जाने और सावधानी बरतने की अपील की है।


कोटा में त्रासदी: तीन की मौत, जलभराव से जनजीवन ठप

राजस्थान के कोटा में मंगलवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई। शहर में 24 घंटे के भीतर 136 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसके चलते कई कॉलोनियां और सड़कें जलमग्न हो गईं। एक दुखद घटना में, भारी बारिश के कारण एक कमरे पर नीम का पेड़ गिर गया, जिसमें एक महिला और तीन बच्चों की मलबे में दबकर मौत हो गई। एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ है, जिसका इलाज चल रहा है।

कोटा के कई निचले इलाकों में पानी भरने से लोग घरों में कैद हो गए। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें राहत कार्य में जुटी हैं, लेकिन भारी बारिश ने बचाव कार्यों को मुश्किल बना दिया है। एक स्थानीय निवासी ने बताया, "पानी इतना ज्यादा है कि सड़कों पर ट्रैक्टर भी फंस रहे हैं। हमारी कॉलोनी में तीन फीट तक पानी भर गया है।"


अन्य राज्यों में भी बिगड़े हालात

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और मध्य प्रदेश में भी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। हिमाचल में भूस्खलन और मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और जलभराव वाले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है। साथ ही, यात्रियो से अपील की गई है कि वे जरूरी होने पर ही घर से निकलें। दिल्ली में उड़ान सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं, और कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं।