भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज बुधवार को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के साथ बादल फटने की चेतावनी दी गई है, जिससे इन इलाकों में जनजीवन पर गंभीर असर पड़ सकता है। मंगलवार को हिमाचल के चंबा और उत्तराखंड के चमोली जिले में बादल फटने की घटनाओं ने पहले ही भारी नुकसान पहुंचाया है।


DELHI NCR में बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में आज सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और दिनभर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। तेज हवाएं, जिनकी रफ्तार 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है, भी चलने की संभावना है। दिल्ली में 7 जुलाई को हुई बारिश के बाद कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या देखी गई थी, जिसके बाद प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। मौसम विभाग ने दिल्लीवासियों को सलाह दी है कि वे घर से निकलने से पहले ट्रैफिक अपडेट्स जांच लें और बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें।

यूपी, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी

उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में 8 से 13 जुलाई तक बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है। खासकर आगरा, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, झांसी और महोबा जैसे जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। बिहार में भी पटना, कैमूर, रोहतास, कटिहार और किशनगंज जैसे जिलों में तेज बारिश की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।

झारखंड में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिसके चलते प्रशासन ने बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। मध्य प्रदेश में भी 8 से 13 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, और कुछ इलाकों में 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के निवासियों से सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।


हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में तेज हवाओं के साथ बारिश

हरियाणा और पंजाब में भी मौसम विभाग ने हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज हवाओं का पूर्वानुमान जताया है। इन राज्यों में 10 और 11 जुलाई को बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है। राजस्थान में पूर्वी हिस्सों जैसे कोटा, अजमेर और झालावाड़ में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे कई बांधों के गेट खोलने पड़े हैं। पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर में भी अगले दो-तीन दिनों तक बारिश का दौर जारी रह सकता है।


हिमाचल और उत्तराखंड में बादल फटने से भारी नुकसान

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मानसून ने तबाही मचा दी है। मंगलवार को हिमाचल के चंबा जिले में बादल फटने से कई गांवों में बाढ़ आ गई, जिससे घर, सड़कें और फसलें तबाह हो गईं। मंडी जिले में भी भूस्खलन और बाढ़ के कारण जनजीवन ठप हो गया है। मौसम विभाग ने 9 और 10 जुलाई के लिए हिमाचल में भारी बारिश और बादल फटने की चेतावनी जारी की है।

उत्तराखंड के चमोली जिले में भी मंगलवार को बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई। कई सड़कें और पुल बह गए, जिससे कई इलाके कट गए हैं। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के 9 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और नदियों के किनारे न जाने की अपील की गई है। प्रशासन ने बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की हैं।


मौसम विभाग की सलाह और सावधानियां

मौसम विभाग ने लोगों से बारिश के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है। खासकर पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, इसलिए यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है। बिजली गिरने की आशंका के चलते खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। साथ ही, भारी बारिश के कारण जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।

मानसून की सक्रियता ने देश के कई हिस्सों में राहत के साथ-साथ चुनौतियां भी ला दी हैं। जहां दिल्ली-एनसीआर और मैदानी इलाकों में बारिश से गर्मी और उमस से राहत मिल रही है, वहीं हिमाचल और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में बादल फटने और भारी बारिश ने तबाही मचाई है। मौसम विभाग की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए सभी नागरिकों को सतर्क और सुरक्षित रहने की जरूरत है।