राष्ट्रीय राजधानी (NCR) का अहम हिस्सा नोएडा अब लंदन और मुंबई की तर्ज पर दो मंजिल वाली बसों (डबल डेकर बस) के लिए तैयार हो रहा है। ये बसें न केवल शहर की सड़कों पर एक नया नजारा पेश करेंगी, बल्कि सार्वजनिक परिवहन को और सुगम व पर्यावरण के अनुकूल बनाने में भी मदद करेंगी। आइए जानते हैं कि ये सेवा कब शुरू हो सकती है, किन रास्तों पर ये बसें दौड़ेंगी और वर्तमान में इसकी क्या स्थिति है।


कब से शुरू होगी डबल डेकर बस सेवा?

मीडिया रिपोर्ट्स और हालिया अपडेट्स के अनुसार, नोएडा में डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन जुलाई 2025 के मध्य से शुरू होने की संभावना है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम और नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) इस परियोजना को तेजी से लागू करने में जुटे हैं। ये बसें पूरी तरह इलेक्ट्रिक होंगी, जिससे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच पर्यावरण-अनुकूल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा।

किन रास्तों पर दौड़ेंगी ये बसें?

शुरुआती चरण में आठ डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसें दो प्रमुख रास्तों पर चलाई जाएंगी। ये रास्ते नोएडा और ग्रेटर नोएडा के व्यस्त इलाकों को जोड़ेंगे, जहां यात्रियों की संख्या अधिक है।

 1.बॉटेनिकल गार्डन से ग्रेटर नोएडा वेस्ट: इस रास्ते पर चार बसें चलेंगी। यह रूट नोएडा के सेक्टर-37 में बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन से शुरू होकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक जाएगा, जो आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ेगा।

2.बॉटेनिकल गार्डन से परी चौक, ग्रेटर नोएडा: इस रास्ते पर भी चार बसें संचालित होंगी। यह रूट नोएडा को ग्रेटर नोएडा के परी चौक से जोड़ेगा, जो एक प्रमुख कमर्शियल हब है।

ये रूट इसलिए चुने गए हैं, क्योंकि इन इलाकों में यात्रियों की आवाजाही अधिक है और मेट्रो स्टेशनों के साथ कनेक्टिविटी को बेहतर करने की जरूरत है।


अभी स्थिति क्या है?

नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) इस परियोजना को लागू करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। पहले चरण में 50 एसी सीएनजी बसों का संचालन शुरू किया गया था, लेकिन अब डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसों को लाने की योजना है। ये बसें आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी, जैसे कि व्हीलचेयर रैंप, लो-फ्लोर डिज़ाइन, और यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष तकनीक जो खुले दरवाजों के साथ बस को चलने से रोकेगी हालांकि, अभी यह सेवा पूरी तरह शुरू नहीं हुई है। 

परियोजना के लिए निविदाएं और अनुबंध प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। बसों की खरीद और रूट प्लानिंग का काम तेजी से चल रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए बस स्टॉप पर फ्लैग-पोल और भविष्य में रियल-टाइम बस ट्रैकिंग सिस्टम भी लगाए जाने की योजना है।


किराया और सुविधाएं

इन डबल डेकर बसों का किराया किफायती रखने की कोशिश की जा रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें। हालांकि, किराए की सटीक जानकारी अभी सामने नहीं आई है। ये बसें पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ मेट्रो स्टेशनों के साथ बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी। यात्रियों को आरामदायक सफर के लिए एसी, ज्यादा बैठने की क्षमता और आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।


क्यों जरूरी है बसें

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में तेजी से बढ़ती आबादी और ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करना जरूरी है। डबल डेकर बसें एक बार में ज्यादा यात्रियों को ले जा सकती हैं, जिससे सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या कम होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी। साथ ही, ये बसें मेट्रो स्टेशनों से कनेक्ट होंगी, जिससे लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में आसानी होगी।


लोगों का क्या कहना है

सोशल मीडिया पर इस खबर को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। कई लोगों ने इसे नोएडा के लिए एक सकारात्मक कदम बताया है। हालांकि, कुछ यूजर्स का कहना है कि आठ बसें पर्याप्त नहीं होंगी और और अधिक बसों की जरूरत है। फिर भी, यह पहल सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

नोएडा में डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन जुलाई 2025 से शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि इसे कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से लागू किया जाता है। भविष्य में और रूटों पर इन बसों का विस्तार और रियल-टाइम ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं इसे और आकर्षक बनाएंगी।नोएडा के लोग इस नई सेवा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।