संयुक्त राज्य अमेरिका ने हाल ही में भारत के लिए अपनी यात्रा सलाहकार (Travel Advisory) में बड़ा बदलाव किया है। इस अपडेट में अमेरिकी सरकार ने चेतावनी जारी करते हुए महिलाओं से अकेले यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। इस कदम को लेकर विशेषज्ञों और आम लोगों के बीच चर्चा तेज हो गई है, क्योंकि इसमें देश में बढ़ते अपराध, हिंसा और आतंकवाद जैसे मुद्दों का जिक्र किया गया है।

क्या कहती है नई सलाहकार?

अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी इस नए दिशा-निर्देश में भारत को उन देशों की सूची में रखा गया है, जहां यात्रियों को सावधानी बरतने की जरूरत है। सलाहकार में कहा गया है कि भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा, यौन उत्पीड़न और आतंकवादी गतिविधियों की घटनाएं बढ़ी हैं। इसके चलते अमेरिकी नागरिकों, खासकर महिलाओं को अकेले यात्रा करने से बचने और संभव हो तो स्थानीय कानून एजेंसियों से संपर्क में रहने की सलाह दी गई है।


कारण क्या हैं?

इस अपडेट के पीछे कई घटनाओं को आधार माना जा रहा है। पिछले कुछ समय में भारत में महिलाओं के खिलाफ अपराध की खबरें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रही हैं। इसके अलावा, कुछ इलाकों में आतंकवादी गतिविधियों की भी खबरें सामने आई हैं, जो अमेरिका के इस फैसले को प्रभावित कर सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत की सुरक्षा स्थिति को लेकर अमेरिका की चिंता को दर्शाता है। हाल के वर्षों में विदेशी पर्यटकों से जुड़ी कुछ घटनाओं ने भी इस सलाहकार को आकार देने में भूमिका निभाई है।


विदेशियों से जुड़ी घटनाएं

पिछले कुछ सालों में विदेशी पर्यटकों के साथ हुई कुछ घटनाओं ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। उदाहरण के तौर पर, 2023 में दिल्ली में एक अमेरिकी महिला पर्यटक के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई थी, जिसके बाद उसे स्थानीय पुलिस की मदद से सुरक्षित निकाला गया था। इसी तरह, 2024 में गोवा में एक ब्रिटिश महिला के साथ हुई हिंसक वारदात ने भी अंतरराष्ट्रीय ध्यान खींचा था। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर में एक जापानी पर्यटक के अपहरण की कोशिश की खबर ने सुरक्षा चिंताओं को और बढ़ा दिया। इन घटनाओं ने विदेशी सरकारों को अपने नागरिकों को चेतावनी देने के लिए मजबूर किया है।


भारतीय प्रतिक्रिया

भारत सरकार और आम जनता की ओर से इस सलाहकार पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग इसे एकतरफा और अनुचित मान रहे हैं, उनका कहना है कि भारत में पर्यटकों के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम हैं। वहीं, दूसरी ओर कुछ संगठनों ने माना कि देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर और काम करने की जरूरत है। विदेश मंत्रालय की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर जल्द ही चर्चा होगी। कुछ स्थानीय नेताओं ने कहा कि इन घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है, जबकि अन्य ने सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई है।


पर्यटन पर असर

यह नई सलाहकार भारत आने वाले अमेरिकी पर्यटकों की संख्या पर असर डाल सकती है। विशेष रूप से महिलाएं, जो अकेले यात्रा करने की योजना बना रही थीं, वे अब अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकती हैं। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि इस तरह की चेतावनियां भारत की छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है। पिछले साल भारत में पर्यटन से होने वाली आय में विदेशी पर्यटकों का बड़ा योगदान था, और इस सलाहकार से उस पर ब्रेक लग सकता है।

अमेरिका की इस सलाहकार के बाद भारत सरकार के सामने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की चुनौती है। साथ ही, दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर कूटनीतिक बातचीत की संभावना भी जताई जा रही है। सरकार को विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं, जिसमें निगरानी बढ़ाना और जागरूकता अभियान चलाना शामिल हो सकता है। आम लोगों से अपील की जा रही है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से मदद लें।