अपने सपनों का घर खरीदने की योजना बना रहे लोगों के लिए एक शानदार खबर है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने होम लोन की ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है। यह नई दरें 15 जून 2025 से लागू होगा। इस कदम से लाखों ग्राहकों को राहत मिलेगी, क्योंकि उनकी मासिक ईएमआई में कमी आएगी और घर खरीदना अब पहले से कहीं ज्यादा किफायती हो सकता है।
रेपो रेट में कटौती का असर
यह बदलाव भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में की गई कटौती के बाद आया है। आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में 6 जून 2025 को रेपो रेट को 6.00% से घटाकर 5.50% कर दिया था। रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है। जब रेपो रेट कम होता है, तो बैंक अपने ग्राहकों को सस्ते कर्ज दे पाते हैं। इस नीति का फायदा उठाते हुए एसबीआई ने अपने होम लोन की ब्याज दरों को और आकर्षक बनाने का फैसला किया है।
रियल एस्टेट सेक्टर में आएगी नई जान
विशेषज्ञों का मानना है कि ब्याज दरों में यह कटौती रियल एस्टेट सेक्टर में नई जान फूंक सकती है। खासकर मध्य आय वर्ग और किफायती आवास की मांग में तेजी आने की उम्मीद है। मुंबई के एक सलाहकार, राजेश ने कहा, “पिछले तीन सालों में होम लोन की ब्याज दरें इतनी कम नहीं थीं। यह उन लोगों के लिए सुनहरा मौका है जो घर खरीदने की योजना बना रहे हैं। सस्ते लोन से न केवल ईएमआई कम होगी, बल्कि लोग ज्यादा राशि का लोन भी ले पाएंगे।”
कितनी घटीं ब्याज दरें?
एसबीआई ने अपनी एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (ईबीएलआर) को 8.65% से घटाकर 8.40% कर दिया है। इसके अलावा, रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) को भी 8.25% से घटाकर 8.00% किया गया है। इसका सीधा मतलब है कि अगर आपने फ्लोटिंग रेट पर होम लोन लिया है, तो आपकी ईएमआई में कमी आएगी। नए ग्राहकों को यह लाभ तुरंत मिलेगा, जबकि मौजूदा ग्राहकों को यह फायदा उनकी लोन रीसेट तारीख के आधार पर मिलेगा।
अन्य बैंकों ने भी दिखाई तेजी
एसबीआई से पहले कई अन्य बड़े बैंकों ने भी अपनी ब्याज दरों में कटौती की थी। बैंक ऑफ बड़ौदा ने पिछले सप्ताह अपनी होम लोन दरों को 8.50% से घटाकर 8.25% किया था। इसके अलावा, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया जैसे बैंकों ने भी अपने ग्राहकों को सस्ते कर्ज का लाभ देने के लिए दरों में कमी की है। यह कटौती रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक अच्छा संकेत है, जो पिछले कुछ समय से मंदी का सामना कर रहा था।
ग्राहकों को क्या करना चाहिए?
एसबीआई ने अपने ग्राहकों से अपील की है कि वे नई ब्याज दरों और अपने लोन की स्थिति के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या अपनी नजदीकी शाखा से संपर्क करें। अगर आप मौजूदा ग्राहक हैं, तो अपने लोन की रीसेट तारीख और नई दरों के प्रभाव को समझने के लिए बैंक से बात करें। नए ग्राहकों के लिए यह सही समय है कि वे अपने दस्तावेज तैयार करें और इस मौके का फायदा उठाएं।
होम लोन की ब्याज दरों में कटौती न केवल व्यक्तिगत ग्राहकों के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी सकारात्मक संकेत देता है। कम ब्याज दरों से लोग ज्यादा खर्च करते हैं, जिससे मांग बढ़ती है और अर्थव्यवस्था को गति मिलती है। रियल एस्टेट सेक्टर, जो रोजगार और निवेश का एक बड़ा स्रोत है, इस कटौती से और मजबूत होगा।
दिल्ली के रहने वाले अजय वर्मा, जो पिछले छह महीने से घर खरीदने की योजना बना रहे थे, ने कहा, “मैंने कई बैंकों की ब्याज दरें देखी थीं, लेकिन एसबीआई की नई दरें सबसे अच्छा हैं। अब मैं अपने बजट में एक बेहतर घर खरीद सकता हूं।” वहीं, बेंगलुरु की रीना शर्मा ने बताया, “मेरी ईएमआई अब 1200 रुपये कम हो जाएगी। यह मेरे लिए बड़ी राहत है, क्योंकि मैं इस पैसे को अपने बच्चे की पढ़ाई के लिए बचा सकती हूं।”