अमेठी, 15 जून 2025: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में रविवार सुबह एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर शुकुल बाजार थाना क्षेत्र के पास एक तेज रफ्तार एंबुलेंस और खड़ी पिकअप वैन की जोरदार टक्कर में एंबुलेंस में सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा इतना भयानक था कि एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए और मौके पर चीख-पुकार मच गई।

क्यों हुआ हादसा?

पुलिस के मुताबिक, यह हादसा सुबह करीब 6 बजे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के माइलस्टोन 59.700 के पास हुआ। एंबुलेंस हरियाणा से एक शव को लेकर बिहार के गाजीपुर जा रही थी। एंबुलेंस में कुल छह लोग सवार थे, जिनमें एक ड्राइवर, शव के साथ आए कुछ रिश्तेदार और अन्य लोग शामिल थे। बताया जा रहा है कि हाईवे पर एक पिकअप वैन खड़ी थी, जिसे एंबुलेंस चालक ने समय रहते नहीं देख पाया। तेज रफ्तार के कारण एंबुलेंस ने पिकअप को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एंबुलेंस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार पांच लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।


पुलिस और प्रशासन का तत्काल एक्शन

हादसे की सूचना मिलते ही शुकुल बाजार थाना पुलिस और यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। घायल व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और संभवत: चालक की लापरवाही को हादसे का कारण माना जा रहा है।


मुख्यमंत्री ने जताया दुख

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "अमेठी में हुए इस दुखद सड़क हादसे ने सभी को झकझोर दिया है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। घायल के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।" सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घायल का बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद दी जाए।


स्थानीय लोगों में गम और गुस्सा

हादसे की खबर फैलते ही आसपास के गांवों के लोग मौके पर जमा हो गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर अक्सर तेज रफ्तार के कारण हादसे होते रहते हैं। एक ग्रामीण रामप्रकाश ने बताया, "यहां वाहन बहुत तेज चलते हैं, और कई बार रात या सुबह के समय कोहरे या कम रोशनी के कारण हादसे हो जाते हैं। प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।" कुछ लोगों ने हाईवे पर खड़े वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की।


पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर हादसों का सिलसिला

340.8 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ से गाजीपुर तक जाता है और इसे नवंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता के लिए खोला था। यह एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के नौ जिलों को जोड़ता है और यात्रा के समय को काफी कम करता है। हालांकि, तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण इस हाईवे पर हादसे भी बढ़े हैं। पिछले कुछ सालों में कई बड़े हादसे हो चुके हैं, जिनमें कई लोगों की जान गई है।


सुरक्षा पर सवाल

इस हादसे ने एक बार फिर हाईवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हाईवे पर नियमित गश्त, स्पीड लिमिट की सख्ती, और खड़े वाहनों पर निगरानी बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही, कोहरे या कम रोशनी के समय चेतावनी बोर्ड और रिफ्लेक्टर्स का इस्तेमाल भी जरूरी है।

पुलिस इस मामले में पिकअप चालक की भूमिका की भी जांच कर रही है कि आखिर वाहन हाईवे पर क्यों खड़ा था। साथ ही, एंबुलेंस की स्पीड और चालक की स्थिति की भी पड़ताल की जा रही है। इस बीच, मृतकों के परिवारों में मातम पसरा है। हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की जरूरत को उजागर किया है। यह हादसा हमें याद दिलाता है कि सड़क पर थोड़ी सी सावधानी कई जिंदगियां बचा सकती है। प्रशासन, पुलिस और आम नागरिकों को मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।