प्रयागराज के शिवकुटी क्षेत्र में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां बीए तृतीय वर्ष की छात्रा दिव्यांशी ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। परिजनों का कहना है कि साइबर अपराधियों ने उससे पहले 71 हजार रुपये ठग लिए थे और अब 25 हजार रुपये की और मांग कर रहे थे। इस मानसिक दबाव ने उसे इतना परेशान कर दिया कि उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
दिव्यांशी एक होनहार छात्रा थी, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। पढ़ाई में अव्वल और मेहनती, वह अपने सपनों को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करती थी। लेकिन साइबर अपराधियों के जाल में फंसने के बाद उसकी जिंदगी में अंधेरा छा गया। परिजनों के अनुसार, ठगों ने पहले उससे 71 हजार रुपये ऐंठे और फिर लगातार पैसे की मांग करते रहे। हाल ही में अपराधियों ने 25 हजार रुपये और देने का दबाव बनाया, जिससे वह गहरे तनाव में चली गई।
क्या हुआ था उस दिन?
परिजनों ने बताया कि दिव्यांशी पिछले कुछ दिनों से बहुत चुप और परेशान रहने लगी थी। वह अक्सर अकेले में बैठकर सोच में डूबी रहती थी। घटना वाले दिन उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब परिवार वालों को इसकी खबर मिली, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।साइबर ठगी का बढ़ता खतरा
यह घटना एक बार फिर साइबर अपराध के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करती है। आज के डिजिटल दौर में ठग लोग तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर मासूम लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। फर्जी कॉल्स, मैसेज, या ऑनलाइन लिंक के जरिए वे लोगों की मेहनत की कमाई लूट लेते हैं। खासकर युवा और छात्र, जो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ज्यादा सक्रिय रहते हैं, इन अपराधियों का आसान शिकार बन जाते हैं।पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही शिवकुटी पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मृतका के कमरे से कुछ सबूत जमा किए हैं और उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स व मैसेज की छानबीन कर रही है। पुलिस का कहना है कि साइबर अपराधियों की पहचान करने के लिए साइबर सेल की मदद ली जा रही है। साथ ही, यह भी पता लगाया जा रहा है कि ठगों ने किन तरीकों से छात्रा को अपने जाल में फंसाया।परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
दिव्यांशी के परिवार का कहना है कि वह एक बहुत ही जिंदादिल और मेहनती लड़की थी। उसका सपना था कि वह प्रतियोगी परीक्षा पास करके अपने परिवार का नाम रोशन करे। लेकिन साइबर ठगों की वजह से उसका यह सपना अधूरा रह गया। परिवार ने पुलिस से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।साइबर अपराध से कैसे बचें?
यह घटना हमें सतर्क होने की चेतावनी देती है। साइबर ठगी से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है:1) अनजान नंबरों से आने वाले कॉल्स या मैसेज पर भरोसा न करें।
2) अपनी निजी जानकारी, जैसे बैंक खाता नंबर, ओटीपी, या पासवर्ड, किसी के साथ साझा न करें।
3) अगर कोई ऑनलाइन पैसों की मांग करता है, तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें।
4) संदिग्ध ओर अनजाने लिंक पर क्लिक करने से बचें।