उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर के सेक्टर-2 में शुक्रवार सुबह एक केमिकल फैक्ट्री में अचानक भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। यह हादसा सुबह करीब 8 बजे हुआ, जब फैक्ट्री से धुएं के घने गुबार और लपटें उठती दिखाई दीं। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना दमकल विभाग को दी, जिसके बाद दमकल की 22 गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया।


क्या है पूरा मामला?

फैक्ट्री में सुबह के समय काम चल रहा था, तभी अचानक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद कुछ ही मिनटों में आग ने पूरी फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, आग केमिकल के स्टोरेज एरिया में लगी, जिसके कारण यह तेजी से फैल गई। आसपास के इलाके में धुआं इतना घना था कि सांस लेना मुश्किल हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दूर से ही नजर आ रही थीं।

दमकल विभाग का तुरंत एक्शन

आग की सूचना मिलते ही नोएडा फायर डिपार्टमेंट ने तुरंत कार्रवाई की। दमकल की 22 गाड़ियां और दर्जनों कर्मचारी मौके पर पहुंचे। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। हालांकि, केमिकल के कारण आग को पूरी तरह बुझाने में चुनौतियां आ रही हैं। एक वरिष्ठ दमकल अधिकारी ने बताया, "केमिकल की वजह से आग बार-बार भड़क रही है, लेकिन हमारी टीमें पूरी कोशिश कर रही हैं कि इसे जल्द से जल्द काबू किया जाए।"

 अच्छी खबर यह है कि अभी तक इस हादसे में किसी के जख्मी  होने की कोई सूचना नहीं मिली है। फैक्ट्री में मौजूद कर्मचारियों को समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि, आग के कारण फैक्ट्री में भारी नुकसान होने की आशंका है। केमिकल और मशीनरी के नष्ट होने से आर्थिक नुकसान का अनुमान लाखों में हो सकता है। प्रशासन ने आसपास के इलाकों को खाली करवाया है ताकि कोई जोखिम न हो।


स्थानीय लोगों में दहशत

आग की घटना के बाद आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग दहशत में हैं। स्थानीय निवासी राकेश कुमार ने बताया, "सुबह अचानक धमाके की आवाज सुनकर हम डर गए। धुआं इतना था कि कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा था। हमने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन किया।" एक अन्य निवासी शालिनी ने कहा, "ऐसी घटनाएं डरावनी हैं। सरकार को ऐसी फैक्ट्रियों की सुरक्षा के लिए सख्त नियम बनाने चाहिए।"


प्रशासन ने तुंरत लिया एक्शन

नोएडा प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं। आग के कारणों की जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है। प्रारंभिक जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट या केमिकल रिएक्शन हो सकती है, लेकिन सटीक कारण जांच के बाद ही सामने आएगा।

 सबसे बड़ी चुनौती होगी आसपास के इलाके में फैले केमिकल और धुएं के प्रभाव को कम करना। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घटनास्थल के पास न जाएं और मास्क का इस्तेमाल करें। साथ ही, पर्यावरण पर इस हादसे के प्रभाव का आकलन करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम को भी बुलाया गया है।

यह घटना एक बार फिर क्षेत्रों में सुरक्षा कर्मियों पर सवाल उठा रही है। नोएडा जैसे औद्योगिक हब में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा नियमों को सख्त करने का दावा किया था। लेकिन इस हादसे ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अभी भी कई फैक्ट्रियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है, फिलहाल, दमकल विभाग की टीमें आग को पूरी तरह बुझाने में जुटी हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।