लंबे इंतजार के बाद आखिरकार देश में मानसून ने अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है। खास तौर पर दिल्लीवासियों के लिए यह राहत की खबर है, क्योंकि रविवार, 29 जून को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने राष्ट्रीय राजधानी में दस्तक दे दी। हालांकि, यह अपने सामान्य समय 27 जून से दो दिन की देरी से पहुंचा, लेकिन देश के अन्य हिस्सों में यह अपनी सामान्य तारीख से नौ दिन पहले ही पहुंच गया। बारिश की बौछारों ने दिल्ली में भीषण गर्मी और उमस से परेशान लोगों को राहत दी है, लेकिन कुछ इलाकों में जलजमाव की समस्या ने जनजीवन को प्रभावित किया है।
दिल्ली में मानसून का आगमन: दो दिन की देरी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 29 जून 2025 को दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, और राजस्थान के बचे हुए हिस्सों को कवर कर लिया। आमतौर पर दिल्ली में मानसून 27 जून के आसपास पहुंचता है, लेकिन इस बार दो दिन की देरी हुई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की प्रगति में कुछ समय के लिए रुकावट आई थी, जिसके कारण दिल्ली में इसका आगमन थोड़ा विलंब से हुआ। फिर भी, रविवार को हुई बारिश ने दिल्लीवालों को गर्मी से राहत दिलाई।
देश के अन्य हिस्सों में समय से पहले पहुंचा मानसून
दिल्ली में मानसून ने दो दिन की देरी की, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में यह अपनी सामान्य तारीख 8 जुलाई से नौ दिन पहले यानी 29 जून को ही पूरे देश को कवर कर चुका है। केरल में 24 मई को मानसून की शुरुआत हुई थी, जो सामान्य तारीख 1 जून से पहले थी। इसके बाद यह तेजी से महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, और उत्तर-पूर्वी राज्यों में पहुंचा। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने निम्न दबाव के क्षेत्रों ने मानसून को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद की।
गर्मी से राहत, लेकिन जलजमाव की समस्या
दिल्ली में रविवार को हुई बारिश ने तापमान में कमी लाकर लोगों को राहत दी। पिछले कुछ हफ्तों से दिल्लीवासी भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे थे। रविवार सुबह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से थोड़ा कम था। हवा में नमी का स्तर 54 से 85 प्रतिशत के बीच रहा, जिसने बारिश के साथ मौसम को और सुहावना बना दिया।
हालांकि, बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं दिल्ली के कई निचले इलाकों में जलजमाव की समस्या भी सामने आई। रोड, आईटीओ, और आनंद विहार जैसे क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक जाम और लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि जल निकासी व्यवस्था की कमी के कारण हर साल बारिश के मौसम में ऐसी समस्याएं होती हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने दिल्ली और एनसीआर के लिए 29 जून से 30 जून तक हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है। कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ गरज-चमक की संभावना भी है। विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सावधानी बरतने की सलाह दी है। खास तौर पर निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जलजमाव से बचने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
मौसम वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया, "अगले कुछ दिनों में दिल्ली और आसपास के इलाकों में बारिश तेज होंगी। यह गर्मी से राहत तो देगा, लेकिन स्थानीय प्रशासन को जलजमाव और अन्य समस्याओं से निपटने के लिए तैयार रहना होगा।"
किसानों के लिए राहत की खबर
मानसून का समय से पहले आना न केवल शहरवासियों के लिए, बल्कि किसानों के लिए भी अच्छी खबर है। समय पर होने वाली बारिश फसलों के लिए जरूरी नमी प्रदान करती है, जिससे खेती को बढ़ावा मिलता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है, जो कृषि क्षेत्र के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
प्रशासन की तैयारियां
दिल्ली में जलजमाव की समस्या को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। दिल्ली नगर निगम और जल निकासी विभाग ने नालों की सफाई और पंपों की व्यवस्था शुरू कर दी है, ताकि बारिश के दौरान जलभराव को कम किया जा सके। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इन तैयारियों को और मजबूत करने की जरूरत है, ताकि दिल्लीवासियों को बारिश के मौसम में कम से कम परेशानी हो।
आने वाले दिनों का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 28 से 30 जून के बीच मध्यम बारिश की संभावना है, जिससे तापमान और नीचे आ सकता है। हालांकि, उमस का स्तर कुछ हद तक बना रह सकता है। मौसम विभाग ने लोगों से सड़कों पर सावधानी बरतने और जलजमाव वाले क्षेत्रों से बचने की सलाह दी है।